ऑडियो-विजुअल
पारंपरिक व अन्य मौलिक लोकधुन व गीतों को लेकर संस्था के एलबमस् "देवारी-भाग-1", "लोकमंजरी के लोकप्रिय गीत", "मंदरिहा", "बंबरी के कांटा" व "देवारी भाग-2, "गौरी-गौरा", "सुआ करमा अऊ ददरिया", "जसगीत", फुगड़ी खेल गीत व नृत्य के साथ छत्तीसगढ़ की समग्र सांस्कृतिक पंरपरा को लेकर 50 से अधिक ऑडियों वीडियों कृति तैयार की है। प्रदेश में संस्था के निर्देशक तरूण निषाद द्धारा सर्वाधिक स्तरीय एलबम प्रस्तुत करने का विशेष श्रेय प्राप्त है।