लोकमंचीय अनुभाग
इस अनुभाग के अंतर्गत संस्था "लोकमंजरी" शीर्षक से छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व मौलिक लोकधुन, लोकगीत-संगीत, लोकप्रहसन व लोकनृत्यों को लेकर सांस्कृतिक मंचीय प्रस्तुतियाँ देती है। अंचल के चुने हुये श्रेष्ठ 50 कलाकारों की यह समवेत प्रस्तुति यहाँ की माटी की सोंधी खुशबू लिये सुआ, गौरा, करमा ददरिया जैसी सारी सांस्कृतिक विशेषताओं की झाँकी है। लोकजीवन को मंच पर साकार करते हुऐ दर्शकों के समक्ष प्रेरणास्पद प्रस्तुति व स्वस्थ मनोरंजन लोकमंजरी के इस अनुभाग का ध्येय है। लोकसंग्रहण अनुभाग